लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से ही कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे थे। विपक्ष के नेता बीएस येद्दयुरप्पा ने काफी पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि, वो लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में बीजेपी की सरकार बनाने में कामयाब होंगे। पिछले एक पखवाड़े में सत्ता पक्ष के करीब 14 विधायकों का इस्तीफा ऑपरेशन कमल 4.0 पर मुहर लगाता है।
कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी की सरकार पहले दिन से बहुमत के संकट का सामना कर रही है और पिछले 1 साल में कई बार सरकार को बहुमत परिक्षण से गुजरना पड़ा है। इस्तीफा देने वाले विधायकों में 7 बार विधायक रहे दिग्गज कांग्रेसी नेता रामालिंगा रेड्डी तथा जेडीएस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एएच विश्वनाथ का नाम भी शामिल है।
कर्नाटक विधानसभा का मानसून सत्र 12 जुलाई 2019 से शुरू होना है और यह सत्र हंगामेदार और रोचक होने की पूरी संभावना है। बीजेपी की ओर से बीएस येद्दयुरप्पा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे और यह डीके शिवकुमार, सिद्धिरमैया तथा एचडी कुमारस्वामी की तिकड़ी के लिए भारी चुनौती साबित होने वाली है।